तब वह एक सैनिक कहलाया है...
घर उसने अपना त्याग दिया हंसकर,
अपनों से वह दूर हुआ, यादें बनकर,
चल पड़ा वतन की रक्षा की खातिर,
"फिर मिलने आऊंगा", यह कहकर ,
जब उसने घर त्याग, वतन अपनाया है,
तब वह एक सैनिक कहलाया है।
उसकी मां ने आंख का तारा त्यागा,
पिता ने अपना एक सहारा...
अपनों से वह दूर हुआ, यादें बनकर,
चल पड़ा वतन की रक्षा की खातिर,
"फिर मिलने आऊंगा", यह कहकर ,
जब उसने घर त्याग, वतन अपनाया है,
तब वह एक सैनिक कहलाया है।
उसकी मां ने आंख का तारा त्यागा,
पिता ने अपना एक सहारा...