आजकल
देखा है भंवरों को
फूलों पर मंडराते हुए
मौका मिलते ही रस पीते हुए
फिर दूसरे फूलों पर जाते हुए
मतलबी दुनिया का आलम निराला है
भक्षक बन गया है जो रखवाला है
प्यार प्रेम रिश्ते
अब दिलों में नहीं...
फूलों पर मंडराते हुए
मौका मिलते ही रस पीते हुए
फिर दूसरे फूलों पर जाते हुए
मतलबी दुनिया का आलम निराला है
भक्षक बन गया है जो रखवाला है
प्यार प्रेम रिश्ते
अब दिलों में नहीं...