...

14 views

"ऐ! बादल तू ही बता"
ऐ! बादल तू ही बता,
तेरा यू आना,
चिड़ियों के संग चहचहाना,
सूरज से गले मिलते हुए उसको अपने गोद में बिठाना,
उसकी किरणों से तितली की आकार में खुद समाहित हो जाना,
फिर कुछ दूर चलते ही, अपनी आकृति में बदलाव लाना,
और इस जग को अपनी मित्रता की मिसाल दिखाना।

कभी नीला, तो कभी काला,
कभी छोटा, तो कभी बड़े साथियों से अपने मिलवाना,
तेरा यूँ आसमान में कभी इधर तो कभी उधर घूमते हुए सबके हाल चाल पूछ आना,
कभी सबके साथ मिलकर तेरी महफ़िल जमाना,
थोड़ी सी गिट-पिट से तेरा यू रूठ जाना,
फिर वापस आके तेरा यूं...