बरसात
निले आसमान को ढकते ये बादल
पहाड़ों में उन्माद फैलाने हुए पागल
बाँहों में भरने का असफल प्रयास करते ऊंचे पर्वत
आलिंगन से रोमांचित होते ये पल
तुम संग भी बरसात का ये मौसम
दोनों को भीगने उकसाता ये मौसम
हाथों में हाथ थामें हम ऐसे ही झूमते रहे
दिवानगी की हदें पार करवा रहा ये मौसम
© ख़यालों में रमता जोगी
पहाड़ों में उन्माद फैलाने हुए पागल
बाँहों में भरने का असफल प्रयास करते ऊंचे पर्वत
आलिंगन से रोमांचित होते ये पल
तुम संग भी बरसात का ये मौसम
दोनों को भीगने उकसाता ये मौसम
हाथों में हाथ थामें हम ऐसे ही झूमते रहे
दिवानगी की हदें पार करवा रहा ये मौसम
© ख़यालों में रमता जोगी