कुछ सवाल...!!
कि,
शक्श कौन शामिल होगा
मेरे मुश्किल सफ़र में,
कि,
जो सोच के जीता हूँ
क्या वही मिलेगा मुकद्दर में?
कि,
जाना पड़ेगा वहाँ तक भी
जहाँ नहीं जाना चाहता कोई
इस दहर में,
क्या वहाँ तक तुम चल सकोगी
इस सफर में?
ये सिंदूर ये शाम , वो हथेली...
शक्श कौन शामिल होगा
मेरे मुश्किल सफ़र में,
कि,
जो सोच के जीता हूँ
क्या वही मिलेगा मुकद्दर में?
कि,
जाना पड़ेगा वहाँ तक भी
जहाँ नहीं जाना चाहता कोई
इस दहर में,
क्या वहाँ तक तुम चल सकोगी
इस सफर में?
ये सिंदूर ये शाम , वो हथेली...