तुम्हें मेरी प्यार कि कसम
तुझे मेरी प्यार की कसम
दिल से निकलती है यह कविता।
तेरे बिना जीना मुश्किल हो जाता
तू है मेरी जिंदगी की पहली सौगाता।
तेरे साथ हर पल, हर दिन
मेरा मन खो जाता है।
तुझसे मिलने को, बेकरार हो जाता है
मुस्कानें चमकने को, प्यार संग संकल्पित हो जाता है।
तुझसे मिलकर, सपनों की पंक्ति सहेजती हूँ
हर पल, हर दिन, मुस्कानें समेटती हूँ।
तुम्हें प्रेम कि कसम,...
दिल से निकलती है यह कविता।
तेरे बिना जीना मुश्किल हो जाता
तू है मेरी जिंदगी की पहली सौगाता।
तेरे साथ हर पल, हर दिन
मेरा मन खो जाता है।
तुझसे मिलने को, बेकरार हो जाता है
मुस्कानें चमकने को, प्यार संग संकल्पित हो जाता है।
तुझसे मिलकर, सपनों की पंक्ति सहेजती हूँ
हर पल, हर दिन, मुस्कानें समेटती हूँ।
तुम्हें प्रेम कि कसम,...