मैं भूल रही हू धीरे धीरे...
मैं भूल रही हूं धीरे धीरे
उन खुशियों को जो मुझे हसाती थी
मैं भूल रही हूं धीरे धीरे
उन गमों को जो मुझे रुलाती थी
मैं बन रही हू नई,कर रही निर्माण अपना
नए ख्वाब और...
उन खुशियों को जो मुझे हसाती थी
मैं भूल रही हूं धीरे धीरे
उन गमों को जो मुझे रुलाती थी
मैं बन रही हू नई,कर रही निर्माण अपना
नए ख्वाब और...