मौला
एक सांस तो लेने दे, कितना सताओगे ए मौला.
मिट्टी की चद्दर ओढ़े लेट जाऊंगा
तब तेरे पास ही तो आना है
तब खूब नचाना ए मौला.
आज किसीकी आँखों का तारा हू, किसी केलिए अब्बा
किसी के लिए रोटी किसी के लिए सहारा
हुन्नर बेचते बेचते थक गया हु,
एक सांस तो लेने दे...
मिट्टी की चद्दर ओढ़े लेट जाऊंगा
तब तेरे पास ही तो आना है
तब खूब नचाना ए मौला.
आज किसीकी आँखों का तारा हू, किसी केलिए अब्बा
किसी के लिए रोटी किसी के लिए सहारा
हुन्नर बेचते बेचते थक गया हु,
एक सांस तो लेने दे...