इंतजार
पल जब इंतजार का हो
कुछ इस तरह इंतजार करना
जैसे जहाँ में तेरे लिए
बस मैं ही हूँ...बस मैं ही हूँ
दुनिया की भागादौड़ी में
उलझा जो तुमको दिखूं मैं
कुछ ऐसे मुझे समेट लेना
जैसे तेरे एकांत में
बस मैं ही हूँ...बस मैं ही हूँ..
ग़र मैं कभी गिर पडूं...
कुछ इस तरह इंतजार करना
जैसे जहाँ में तेरे लिए
बस मैं ही हूँ...बस मैं ही हूँ
दुनिया की भागादौड़ी में
उलझा जो तुमको दिखूं मैं
कुछ ऐसे मुझे समेट लेना
जैसे तेरे एकांत में
बस मैं ही हूँ...बस मैं ही हूँ..
ग़र मैं कभी गिर पडूं...