मीरा
की न उसने प्रेम की चाह
बस कृष्ण प्रेम में सवरती रही !!
हुई शादी बनी वो रानी महलों की
फिर भी वो कृष्ण दासी बनी रही !!
चाह न थी उसे हीरे जवारतों की
इन सबको वो...
बस कृष्ण प्रेम में सवरती रही !!
हुई शादी बनी वो रानी महलों की
फिर भी वो कृष्ण दासी बनी रही !!
चाह न थी उसे हीरे जवारतों की
इन सबको वो...