वहम
वहम मे जिने वालो को ,
ये अहम हमेशा डशता है,
अपने कुछ स्वार्थ के खाती वो,
सदा भ्रमण मे रहता है,
ना मान है ना मर्यादा,
वो हृदय के...
ये अहम हमेशा डशता है,
अपने कुछ स्वार्थ के खाती वो,
सदा भ्रमण मे रहता है,
ना मान है ना मर्यादा,
वो हृदय के...