मुबारक़ हो
कितना वक़्त गुज़र गया
न तुम्हारा कोई कॉल आया न मैसेज
अब तो शायद तुम्हें याद भी नहीं
भूल गए हो तुम मुझे
तुम्हें पता भी है ?
कैसे तुम बिन रही हूँ...
न तुम्हारा कोई कॉल आया न मैसेज
अब तो शायद तुम्हें याद भी नहीं
भूल गए हो तुम मुझे
तुम्हें पता भी है ?
कैसे तुम बिन रही हूँ...