बन गया में फौजी बेटा।
मे जब छोटा बच्चा था।
एक सपना देखा करता था।
कभी तो बनूंगा एक फौजी बेटा।
जब करूंगा अपनी देश की रक्षा।
फिर में बड़ा हुआ जब धीरे।
सूरज से पहले उठता सवेरे।
तेज़ भागकर सड़क नापकर।
पंख दिया सपनों को मेरे।
फिर निकल गया में घर से मेरे।
कर दिए सब सपना पूरे।
बन गया एक फौजी बेटा।
निकल पड़ा करने देश की रक्षा।
फिर मां ने बोला बेटा है तू मेरा।
केसे भेजू बॉर्डर पर अकेला।
फिर मैने भी बोला मेरे मां को।
नहीं डर तू नहीं फिक्र कर।
जा रहा हूं दूसरी मां से मिलने।
उसकी सेवा करना भे तो ।
बन चुका है...
एक सपना देखा करता था।
कभी तो बनूंगा एक फौजी बेटा।
जब करूंगा अपनी देश की रक्षा।
फिर में बड़ा हुआ जब धीरे।
सूरज से पहले उठता सवेरे।
तेज़ भागकर सड़क नापकर।
पंख दिया सपनों को मेरे।
फिर निकल गया में घर से मेरे।
कर दिए सब सपना पूरे।
बन गया एक फौजी बेटा।
निकल पड़ा करने देश की रक्षा।
फिर मां ने बोला बेटा है तू मेरा।
केसे भेजू बॉर्डर पर अकेला।
फिर मैने भी बोला मेरे मां को।
नहीं डर तू नहीं फिक्र कर।
जा रहा हूं दूसरी मां से मिलने।
उसकी सेवा करना भे तो ।
बन चुका है...