समझ आया ।
हस कर किसी के हालातों पर,
जब खुद पर गुजरी
तो समझ आया ।
किसी का सब कुछ छीन कर,
कुछ अपना गवाया
तो समझ आया।
किसी कि भावनाओं से खेलकर,
जब भावनांए अपनी दुखी
तो समझ आया।
किसी को गिराकर ,
जब गिरा
तो समझ आया।
धन गैर का उडा़या खूब,
जब अपना खोया
तो समझ आया।
करीबी कि कदर ना कि,
जब दूर हुआ
तो समझ आया।...
जब खुद पर गुजरी
तो समझ आया ।
किसी का सब कुछ छीन कर,
कुछ अपना गवाया
तो समझ आया।
किसी कि भावनाओं से खेलकर,
जब भावनांए अपनी दुखी
तो समझ आया।
किसी को गिराकर ,
जब गिरा
तो समझ आया।
धन गैर का उडा़या खूब,
जब अपना खोया
तो समझ आया।
करीबी कि कदर ना कि,
जब दूर हुआ
तो समझ आया।...