उस बात में कोई बात तो हो....
उस बात में कोई बात तो हो,
जिस बात पे लाखो बात बनी !
हमने कितनी सुबह दे दी,
तब एक तुम्हारी रात बनी !!
तुमने हमको पत्थर समझा,
चलो अच्छा हैं कुछ तो समझा !
जब नाम मेरा तेरे होंठों पे आया,
बस वो ही मेरी सौगात बनी !!
हमने कितनी सुबह दे दी,
तब एक तुम्हारी रात बनी....
निगाहें उठाकर झुका क्यूँ रही हो,...
जिस बात पे लाखो बात बनी !
हमने कितनी सुबह दे दी,
तब एक तुम्हारी रात बनी !!
तुमने हमको पत्थर समझा,
चलो अच्छा हैं कुछ तो समझा !
जब नाम मेरा तेरे होंठों पे आया,
बस वो ही मेरी सौगात बनी !!
हमने कितनी सुबह दे दी,
तब एक तुम्हारी रात बनी....
निगाहें उठाकर झुका क्यूँ रही हो,...