कैसे मान लू तू बेवफा था!!
जब सबने मुझे यकीन दिलानी चाहि
तेरी बेवफाई की,
मैंने हर उस शक्स से वास्ता तोड़ा था
कैसे मान लेती कि तू बेवफा था..
जब मैने हर वो शाम तेरी आँखों में
प्यार देखा था...
जिसने मेरा माथा चूमा था
कैसे मान लू वो बेवफा था?
कैसे करूं यकीन किसी और का, जब मैंने हकीकत तेरे साथ जिया था..
हां मानती हूं, नही दी तकदीर ने साथ मेरी,
तो क्या हुआ?
कुछ पल तो हमारा था,
कैसे मान लू तू बेवफा था?
-रिषऻ
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