स्कूल के यादगार लमहे
पढ़ाई का बोझ था भारी बड़ा,
अध्यापकों के खौफ का था आफत खड़ा,
स्कूल जाने के नाम से ही दिल घबराता था बड़ा,
लेकिन आज यादों के हसीन पलों में कैद होकर है पड़ा; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
छुट्टियों के बाद स्कूल जाने के नाम से बुखार सा चढ़ जाता था,
वो भारी बस्ता मोटी मोटी किताबें पीछा छोड़ने का नाम न लेता था,
स्कूल में बैठे-बैठे कॉलेज के ख्वाब देखा करते थे,
लेकिन किसे पता था स्कूल बेमिसाल था बड़ा; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
लास्ट बेंच पर बैठे बैठे ज़ोर से बातें किया करते थे,
टीचर के पूछने पर एक-दूसरे का नाम लिया करते थे,
मार पड़ने पर एक साथ हस लिया करते थे,
लेकिन मस्ती छोड़ने का कभी नाम न लेते थे; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
चालू क्लास में बार-बार घड़ी की ओर देखा करते थे,
रिसेस होने पर एक दूसरे का डब्बा खाया करते थे,
सबसे होनहार विद्यार्थी की बार-बार टांग खिंचाई किया करते थे,
स्कूल छूटने पर ज़ोर-ज़ोर से हल्ला मचाया करते थे; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
पूरे...
अध्यापकों के खौफ का था आफत खड़ा,
स्कूल जाने के नाम से ही दिल घबराता था बड़ा,
लेकिन आज यादों के हसीन पलों में कैद होकर है पड़ा; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
छुट्टियों के बाद स्कूल जाने के नाम से बुखार सा चढ़ जाता था,
वो भारी बस्ता मोटी मोटी किताबें पीछा छोड़ने का नाम न लेता था,
स्कूल में बैठे-बैठे कॉलेज के ख्वाब देखा करते थे,
लेकिन किसे पता था स्कूल बेमिसाल था बड़ा; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
लास्ट बेंच पर बैठे बैठे ज़ोर से बातें किया करते थे,
टीचर के पूछने पर एक-दूसरे का नाम लिया करते थे,
मार पड़ने पर एक साथ हस लिया करते थे,
लेकिन मस्ती छोड़ने का कभी नाम न लेते थे; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
चालू क्लास में बार-बार घड़ी की ओर देखा करते थे,
रिसेस होने पर एक दूसरे का डब्बा खाया करते थे,
सबसे होनहार विद्यार्थी की बार-बार टांग खिंचाई किया करते थे,
स्कूल छूटने पर ज़ोर-ज़ोर से हल्ला मचाया करते थे; वो स्कूल के खूबसूरत दिन।
पूरे...