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फासले .....
फासले .....
दौड़कर पकड़ सकते हो,
तो पकड़ लो जिंदगी को।
वापिस ला सकते हो,
तो ले आओ बीते हुए कल को।
मालूम कर सकते हो,
तो पता कर लो आने वाले कल को।
नहीं कर सकते हम कुछ भी,
जो फासले तय कर दिए नियति ने,
उनसे ही समझौता करके जीना है,
बस खुश रहकर ही अब जीना है।
आंसुओं का कोई मोल नहीं होता,
हमने हर आंसू अपना बेचकर देखा है,
रख लिए वापिस अपने सारे आंसू ,
मोल दे सके कोई इनका,
ऐसा कोई खरीदार नही देखा है !!
******अंजली*****
दौड़कर पकड़ सकते हो,
तो पकड़ लो जिंदगी को।
वापिस ला सकते हो,
तो ले आओ बीते हुए कल को।
मालूम कर सकते हो,
तो पता कर लो आने वाले कल को।
नहीं कर सकते हम कुछ भी,
जो फासले तय कर दिए नियति ने,
उनसे ही समझौता करके जीना है,
बस खुश रहकर ही अब जीना है।
आंसुओं का कोई मोल नहीं होता,
हमने हर आंसू अपना बेचकर देखा है,
रख लिए वापिस अपने सारे आंसू ,
मोल दे सके कोई इनका,
ऐसा कोई खरीदार नही देखा है !!
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