...

7 views

विजय
वो करामत क्या जो तुम ला ना शको ,
वो विजय क्या जो तुम कर ना शको ,
वो क्षण क्या जो तुम जीत ना शको ,
वो कण क्या जो तुम उठा ना शको ,

करो प्रहार उस मुश्किल हालत पे ,
रखो विश्वास दिल पे बढो आगे जीवनमे ,
करो घात उस मन पे जो हार जाय जीवनमे ,
करो प्रत्याघात गगन में जो बढ़े आगे जीवनमे ,

विजय तेरी होके रहेंगी अपनी हार ना कबुलो,
समय का चक्र प्यार जो सिखाये हरपल सोच ,
सोच में ना हार लाओ विजय का सन्मान करो ,
विजय तेरी होके रहेगी बस विजय पे आगे बढ़ो ,

मन , बुद्धि और शक्ति तीनो की है नई है सोच ,
तीनो को एक विश्वास में लाओ पथ पे आगे बढ़ो,
मन , बुद्धि और शक्ति में समाए है तीनो लोक ,
तुम पहेचानो अपने आपको की कौन हो अब ,

बस एक बार जयकार करो जीवनमे जयनाथ करो ,
मृत्यु भी नमन करे ऐसा जीवन मे हर एक कार्य करो,
बस होगी तेरी विजय कुछ मजिंल है जीवन मे दूर ,
पा लो जीवन मे मंजिल जो करदे अमर तेरा नाम ।


© All Rights Reserved