सिमटती हुई
चलते चलते कहां से कहां आ गए हैं
कितनो से मिले कितने से बिछड़ते जा रहे है
पता ही नही चल रहा एक पड़ाव से कब दूसरे पर पहुंचते जा रहे हैं
बिताई तो खूबसूरत ही है आगे भी खुशनुमा बिताने का इरादा है
सिमटती जिंदगी को मंद मंद लहराती हवाओं से लेकर चलने का माद्दा है
बड़ी हिम्मत और...
कितनो से मिले कितने से बिछड़ते जा रहे है
पता ही नही चल रहा एक पड़ाव से कब दूसरे पर पहुंचते जा रहे हैं
बिताई तो खूबसूरत ही है आगे भी खुशनुमा बिताने का इरादा है
सिमटती जिंदगी को मंद मंद लहराती हवाओं से लेकर चलने का माद्दा है
बड़ी हिम्मत और...