यादों की डायरी...
ताज़ा हो गए तमाम वो क़िस्से जब पलट के समय के पन्नों को देखा।
छिपे हुए दोस्त बाहर निकल आए सबको हंसते मुस्कुराते देखा।
दौड़ गया मन पकड़ने पुरानी यादों को, रोके न रूका पगलाया देखा।
"अवतार टाकीज" और "पी बी आर" की...
छिपे हुए दोस्त बाहर निकल आए सबको हंसते मुस्कुराते देखा।
दौड़ गया मन पकड़ने पुरानी यादों को, रोके न रूका पगलाया देखा।
"अवतार टाकीज" और "पी बी आर" की...