Delhi Kanjhawla..Hit & Run case
बीस बरस की मासूम जवानी
को ऐसी मौत देकर मौत भी रोई होगी
जब तक प्राण निकले नहीं होंगे
तब तक वो भी चीखती होगी
'बस करो', 'अब रोक दो गाड़ी'.. ऐसा
मौत भी चिल्लाती होगी
बेकसूर बच्ची को तड़पते देख
अपनी किस्मत पर खून के आसूं रोती होगी
धिक्कार है हम जन...
को ऐसी मौत देकर मौत भी रोई होगी
जब तक प्राण निकले नहीं होंगे
तब तक वो भी चीखती होगी
'बस करो', 'अब रोक दो गाड़ी'.. ऐसा
मौत भी चिल्लाती होगी
बेकसूर बच्ची को तड़पते देख
अपनी किस्मत पर खून के आसूं रोती होगी
धिक्कार है हम जन...