पन्ने पर बस चलता तो...
हर पन्ने पर बस चलता तो सिर्फ
शिकायतें लिखतीं मैं ...
बाहर वालों से ज्यादा घर वालों ने
घाव कर दिया हैं ।।
हमनें मुफ़्त की रोटियाँ न खाईं है किसी की 🤷♀️
उस ऊपर वाले की मेहरबानी है हम पर
इसीलिए खाईं हैं ❤
दुनिया वाले समझते हमपर उनहोंने
कोई एहसान कर डाला है...
असल में हर कोई कर्मों का फल का
सेवन करता है।।
© Surbhi_Maheshwari (suru)
शिकायतें लिखतीं मैं ...
बाहर वालों से ज्यादा घर वालों ने
घाव कर दिया हैं ।।
हमनें मुफ़्त की रोटियाँ न खाईं है किसी की 🤷♀️
उस ऊपर वाले की मेहरबानी है हम पर
इसीलिए खाईं हैं ❤
दुनिया वाले समझते हमपर उनहोंने
कोई एहसान कर डाला है...
असल में हर कोई कर्मों का फल का
सेवन करता है।।
© Surbhi_Maheshwari (suru)