मेरी अभिलाषा
सूरज की तरह चमके हम पंछी की तरह चाहके हम
अंधेरे में नील गगन पर बनके सितारा चमके हम
मन में एक जिज्ञासा है बस इतनी सी अभिलाषा है
कांटा नहीं फुल बनू मैं भोले का त्रिशूल बनू मैं भगवान समान माता-पिता के कदमों के धूल बनू मैं....
यही...
अंधेरे में नील गगन पर बनके सितारा चमके हम
मन में एक जिज्ञासा है बस इतनी सी अभिलाषा है
कांटा नहीं फुल बनू मैं भोले का त्रिशूल बनू मैं भगवान समान माता-पिता के कदमों के धूल बनू मैं....
यही...