ये रात का कोई जादू हैया असर है कुछ तन्हाई का
ये रात का कोई जादू है
या असर है कुछ तन्हाई का
सूरज पश्चिम को गया नहीं
कि दर्द शुरू है जुदाई का।
क्यों आती हैं रातें भी
क्यों दिन हर दिन ढल जाता है
क्यों चाँद हमेशा अपने संग
बस याद किसी की लाता है।
क्यों कहता नहीं कोई उसे
वो कितने...