तुम्हारा साथ।
रूठे भले दुनिया मुझसे ,भले ही बिखर जाए मेरे सभी संजोए हुए ख्वाब ;
बस रूखसत ना होना तू कभी मुझसे , तू है तो दोबारा से बुन लूंगा संग तेरे वो सभी हसीन ज़िंदगी के ख्वाब।
हो शिक़ायत कभी मुझसे तो ज़िक्र ज़ुबान से तू बया करना ,
हो शिक़ायत कभी...
बस रूखसत ना होना तू कभी मुझसे , तू है तो दोबारा से बुन लूंगा संग तेरे वो सभी हसीन ज़िंदगी के ख्वाब।
हो शिक़ायत कभी मुझसे तो ज़िक्र ज़ुबान से तू बया करना ,
हो शिक़ायत कभी...