सब बदलते देखा
मैंने टूटते हुए विश्वास को देखा,
बिखरते हुए दिल को देखा,
कई आँखों में समुंदर को देखा,
कई चेहरों को मुरझाते देखा।
रुलाने वालों को हँसते देखा,
बिखरने वालों को पूजते देखा,
कल तक जो अपने थे,
एक-दूसरे के सपने थे,
आज उन्हें रक्त-पिपासु देखा।
अब इस राजनीति के खेल...
बिखरते हुए दिल को देखा,
कई आँखों में समुंदर को देखा,
कई चेहरों को मुरझाते देखा।
रुलाने वालों को हँसते देखा,
बिखरने वालों को पूजते देखा,
कल तक जो अपने थे,
एक-दूसरे के सपने थे,
आज उन्हें रक्त-पिपासु देखा।
अब इस राजनीति के खेल...