सावन का पावन पर्व
सावन का महीना सबसे पावन होता है
भोले भोले भोले नाम हीं हर क्षण में होता है
इसी माह में भोले नाथ अपने ससुराल जाते थे
तपों का फल महान योगी इसी माह में पाते थे
समुद्र मंथन कर हलाहल विश कंठ में समाहित किया, इसी से नाम उनका नीलकंठ हो गया
महा योगी, महा ज्ञानी, सबसे भोले हैं प्रभु
भूत- प्रेत हैं पाले जग को संभाले हैं प्रभु
शुद्ध भोजन ,शुद्ध मन से जिसनें नाम है लिया
भोले नाथ की कृपा को है सदा के लिए पा लिया
इस वर्ष शायद प्रभु हैं जग से रूठ गये
मान जाएं हे प्रभु भक्त आपके अब टूट गये
भोले भोले भोले नाम हीं हर क्षण में होता है
इसी माह में भोले नाथ अपने ससुराल जाते थे
तपों का फल महान योगी इसी माह में पाते थे
समुद्र मंथन कर हलाहल विश कंठ में समाहित किया, इसी से नाम उनका नीलकंठ हो गया
महा योगी, महा ज्ञानी, सबसे भोले हैं प्रभु
भूत- प्रेत हैं पाले जग को संभाले हैं प्रभु
शुद्ध भोजन ,शुद्ध मन से जिसनें नाम है लिया
भोले नाथ की कृपा को है सदा के लिए पा लिया
इस वर्ष शायद प्रभु हैं जग से रूठ गये
मान जाएं हे प्रभु भक्त आपके अब टूट गये