चुपाने आ जाओ हमको
तुम्हारी याद के मोती पिरोते रहते हैं ,
चुपाने आ जाओ हमको हम रोते रहते हैं,
जिनसे घबराकर खुदकुशी कर लेते हैं लोग
ऐसे हादसे तो हम पे रोज़ होते रहते हैं,
तुम्हारा...
चुपाने आ जाओ हमको हम रोते रहते हैं,
जिनसे घबराकर खुदकुशी कर लेते हैं लोग
ऐसे हादसे तो हम पे रोज़ होते रहते हैं,
तुम्हारा...