अंजाम ए उल्फत - एक प्रेम कविता 😒
लफ्ज़ गूंजते रहते हैं कानों में
भरोसे के प्यार के आपसी बातों के
आंखों के सामने नजारे घूमते रहते हैं मुलाकातों के
कुछ ख्याल जाते नही दिल से...
भरोसे के प्यार के आपसी बातों के
आंखों के सामने नजारे घूमते रहते हैं मुलाकातों के
कुछ ख्याल जाते नही दिल से...