Shayeri jo pyaar bhar de jivan me...
Shayeri
jo pyaar bhar de jivan me...
महकते गुलों की खुशबू मस्ताना बहारों का नजारा
सोलह सिंगारो से सजी सवरी थी डगर
जब इतनी कटीली थी डगर तो हाय क्या होगा घर
जहां पड़ जाए वहां से हटती नहीं थी नजर
नजारों की रंगीनियाँ कर रही हर तरफ बसर
जहां डालो नजर वही मस्तियां रही थी बिखर
यें मालिक या तो मुझे इस दुनिया से उठा ले
या जिस जगह उसकी याद ना आयें वो जगह बता दे
जो उसके संग गुजरे वो हँसी लम्हा बता दे
शहर, दोपहर, रात का पहर कोई अच्छा वक्त बता दे
जो ना जलाये तन मन एैसी बरसात बता दे
जो ना लाये उनकी यादों की महक ऐसी हवा चला दे
जहां छाये रहें हर वक्त अंधेरे ऐसा कोई मुकाम बता दे
या फिर मेरी आंखों के तू उजाले मिटा दे
दर्द दिल कर सके बर्दाश्त ऐसा हुनर सिखा दे
या फिर एैसा तूफाँ बरसा दे कि मेरी हस्ती मिटा दे
मौत दे देता ना देता ये रब जुदाई
यार के सिवा...
jo pyaar bhar de jivan me...
महकते गुलों की खुशबू मस्ताना बहारों का नजारा
सोलह सिंगारो से सजी सवरी थी डगर
जब इतनी कटीली थी डगर तो हाय क्या होगा घर
जहां पड़ जाए वहां से हटती नहीं थी नजर
नजारों की रंगीनियाँ कर रही हर तरफ बसर
जहां डालो नजर वही मस्तियां रही थी बिखर
यें मालिक या तो मुझे इस दुनिया से उठा ले
या जिस जगह उसकी याद ना आयें वो जगह बता दे
जो उसके संग गुजरे वो हँसी लम्हा बता दे
शहर, दोपहर, रात का पहर कोई अच्छा वक्त बता दे
जो ना जलाये तन मन एैसी बरसात बता दे
जो ना लाये उनकी यादों की महक ऐसी हवा चला दे
जहां छाये रहें हर वक्त अंधेरे ऐसा कोई मुकाम बता दे
या फिर मेरी आंखों के तू उजाले मिटा दे
दर्द दिल कर सके बर्दाश्त ऐसा हुनर सिखा दे
या फिर एैसा तूफाँ बरसा दे कि मेरी हस्ती मिटा दे
मौत दे देता ना देता ये रब जुदाई
यार के सिवा...