ख्वाहिशें
ख्वाहिश-ए-दिल है
तेर आइना हो जाने की
हर सुबहा नूर-ए-आफताब की झलक
तेरी मुस्कान का दीदार पाने की
घुल जाऊँ फ़िज़ा मे मैं
जहॉं गूंजती हो हंसी...
तेर आइना हो जाने की
हर सुबहा नूर-ए-आफताब की झलक
तेरी मुस्कान का दीदार पाने की
घुल जाऊँ फ़िज़ा मे मैं
जहॉं गूंजती हो हंसी...