क्या लिखूँ...??
कभी कभी लगता है कि क्या लिखूँ
धरती अंबर धूप पानी या हवा लिखूँ
गाँव शहर खेत खलिहान का समाॅं लिखूँ
या कटाई बोआई सिंचाई की महिमा लिखूँ
प्रेम नफ़रत द्वेष कलेश घृणा तृष्णा लिखूँ
वादे इरादे प्रार्थना...
धरती अंबर धूप पानी या हवा लिखूँ
गाँव शहर खेत खलिहान का समाॅं लिखूँ
या कटाई बोआई सिंचाई की महिमा लिखूँ
प्रेम नफ़रत द्वेष कलेश घृणा तृष्णा लिखूँ
वादे इरादे प्रार्थना...