#आज़ादी_के_दीवाने#
हुई जब सुबह आज़ादी की, चमक उठी थी वो फिज़ाएं,
दिलों में प्यार की बारिश हुईं, मिट गईं सारी तन्हाइयां।
दीवानों की ये कहानी, जो लड़े थे हमारी आज़ादी के लिए,
राहें कठिन,मंज़िल दूर, पर कभी रुके न कदम हमारे लिए।
जो सरहदों पर लिखी इबारत, वो उनके खून से लिखी गई,
वीरता और साहस की वो दास्तानें, दिलों में...
दिलों में प्यार की बारिश हुईं, मिट गईं सारी तन्हाइयां।
दीवानों की ये कहानी, जो लड़े थे हमारी आज़ादी के लिए,
राहें कठिन,मंज़िल दूर, पर कभी रुके न कदम हमारे लिए।
जो सरहदों पर लिखी इबारत, वो उनके खून से लिखी गई,
वीरता और साहस की वो दास्तानें, दिलों में...