वफ़ा निभाता कौन है?
मुश्किलें आती है, आ जाए घबराता कौन हैं।
दिल अगर टूट भी जाए तो मर जाता कौन है।
जो खुद ही क़ैद में आकर बैठ जाते हो,
ऐसे परिंदो को उड़ाता कौन है।।
बेशक बहुत मुश्किल है यू तनहा रहना।
सब जब बेवफ़ा ही हो गए हो
तो वफ़ा निभाता कौन है ।।
दिल अगर टूट भी जाए तो मर जाता कौन है।
जो खुद ही क़ैद में आकर बैठ जाते हो,
ऐसे परिंदो को उड़ाता कौन है।।
बेशक बहुत मुश्किल है यू तनहा रहना।
सब जब बेवफ़ा ही हो गए हो
तो वफ़ा निभाता कौन है ।।
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