फिर जाने की बात ना हो।
एक खूबसूरत सुबह
जिसकी कोई शाम ना हो।
मानो कि थम जाए वक़्त
और फिर जाने की बात ना हो।
एक मन्नत जिसमें
तुम्हारे सिवा कोई और ना हो।
हम मिले या ना मिले
पर ये इश्क़ किसी और का ना हो।
जो राबता था हमसे
वो किसी और के ना नाम हो।
मेरे जाने के बाद भी
वो जगह और के लिए ख़ास ना हो।
ये रास्तों के...
जिसकी कोई शाम ना हो।
मानो कि थम जाए वक़्त
और फिर जाने की बात ना हो।
एक मन्नत जिसमें
तुम्हारे सिवा कोई और ना हो।
हम मिले या ना मिले
पर ये इश्क़ किसी और का ना हो।
जो राबता था हमसे
वो किसी और के ना नाम हो।
मेरे जाने के बाद भी
वो जगह और के लिए ख़ास ना हो।
ये रास्तों के...