तुम्हारी हर बात
तुम्हारी हर बात ना जाने क्यों अच्छी लगती है यार ।
क्या शायद मुझको भी सचमुच हो रहा है अब प्यार ॥
एक दिन ना मिलूं तुमसे तो दिल मन बेचैन हो जाता है ।
दूर रहूँ तुमसे नहीं होता है क्या करें अब तो इंतजार ॥
जो सच है...
क्या शायद मुझको भी सचमुच हो रहा है अब प्यार ॥
एक दिन ना मिलूं तुमसे तो दिल मन बेचैन हो जाता है ।
दूर रहूँ तुमसे नहीं होता है क्या करें अब तो इंतजार ॥
जो सच है...