ए जिंदगी....
ए जिंदगी
तू दिखने में सीधी सादी हैं,
वैसे है नहीं,
लोगों की जोली में खुशियाँ देती हैं,
तो पलभर में छीन भी लेती हैं,
नए रिश्ते भी बनाती हैं,
तो कभी मुँह मोड़ भी लेती हैं,
इंतज़ार कराना कोई तुझसे सीखे,
तुम्हे मनाने के लिए तो,
मन्नत के धागे भी बांध ने पड़ते हैं,
गलतियां हम...
तू दिखने में सीधी सादी हैं,
वैसे है नहीं,
लोगों की जोली में खुशियाँ देती हैं,
तो पलभर में छीन भी लेती हैं,
नए रिश्ते भी बनाती हैं,
तो कभी मुँह मोड़ भी लेती हैं,
इंतज़ार कराना कोई तुझसे सीखे,
तुम्हे मनाने के लिए तो,
मन्नत के धागे भी बांध ने पड़ते हैं,
गलतियां हम...