"तुम हार मत मानना..राही"
ठहरना जरा जब थक जाओ तुम,
एक लम्बी सी सांस भरना और कहना,
क्या वास्तव में सफ़र इतना लम्बा होगा,
सोचा नही था....
रोना जरा बैठ कर तुम खूब आँखे भर लाना,
बहने देना मोती तुम सरासर अश्क गिरने देना,
फिर देखना चेहरा आईने में अपना
फिर सोचना जरा क्या कोई आयेगा पोछने इन्हें,
फिर....
एक बार तुम अपने गालों पर हाथ रख,
फुट के...