...

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waiting for You..
❤🙏
तू मोहब्बत न सही
बाअदब इक़रार तो कर
इस ज़ख़्म ए विरासत की
मुझे हक़दार तो कर
न बना अपने नशेमन का
राजदार मुझे
किसी रोज़ इन नज़रों का
ऐतबार तो कर
तुझे हक़ है तू कहीं भी
मेरी शिकायतें करे
उन हमनशीं लम्हों का
इज़हार तो कर
तेरी रुसवाई ने बना दिया
संगदिल मुझको
खुशफ़हम ए मरासिम को सही
अश्क सरे बाज़ार तो कर
मेरी चाहत ने महफ़ूज रक्खा है
लोगों की बलाओं से तुझे
ये वो नज़राना है जिसे
दरकिनार तो कर
मुझसा जो मिल जाए
ज़मीं ओ आसमां में कहीं
तू भी मोहब्बत का सही
दीदार तो कर
अपनी हसरतों का ज़िक्र
कभी तो मुझसे भी कर
इस ज़िंदगी से सांसों को
यूँ बेज़ार तो कर

मरासिम रिश्ता मेलजोल
बेज़ार ख़फ़ा नाराज