वो एक रिश्ता... ❤️❤️✍️
वो एक रिश्ता जहा निगाहे हमेशा
मेरी इंतजार करती है तुम्हारे दीदार का,
कैसे समजाए तुम्हे तुम बिन
क्या हाल है इस यार का...
मुहाब्बत एक जज्बात है जो
शब्दों में बया हो नही सकती,
करतो देते निगाहो से बया तुम
डरते है कई मजाक ना बना लो
तुम मेरे प्यार का......
संकलन - प्रविण मोरे
© " एक माझी रचना "