तुझमें जहां बसता है
कोन कहता है आगे रस्ता है
देख सभाल के तुझे भी उसने उसी अंदाज मै कहा
तुझमें जहा बसता है
पगडंडियों पर भी चले है मिर्ज़ा
कोन कहता है केवल जीने से जाने का ही एक रस्ता है
मेहरमा बनकर आई है इस और वो...
देख सभाल के तुझे भी उसने उसी अंदाज मै कहा
तुझमें जहा बसता है
पगडंडियों पर भी चले है मिर्ज़ा
कोन कहता है केवल जीने से जाने का ही एक रस्ता है
मेहरमा बनकर आई है इस और वो...