औहाम
चुपचाप दिल में एक हलचल सी उठती है,
गहरी खामोशी में, कुछ अनकहा सा फूटता है।
आँखों में छुपा दर्द, शब्दों से दूर रहता है,
एक छाया सी, मन के कोने में बसी रहती है।
कभी एक गहरी सांस के साथ समा जाता है,
फिर खुद को उलझाने का वक्त...
गहरी खामोशी में, कुछ अनकहा सा फूटता है।
आँखों में छुपा दर्द, शब्दों से दूर रहता है,
एक छाया सी, मन के कोने में बसी रहती है।
कभी एक गहरी सांस के साथ समा जाता है,
फिर खुद को उलझाने का वक्त...