अधूरापन सब के अन्दर पल रहा है
वक़्त ढल रहा है हर पल बदल रहा है
इंसान की आँखों में मग़र ख़्वाब चल रहा है
हसरत-ए-ख्वाहिश लिए दिल में हर शख़्स
अन्दर ही अन्दर अपने हर रोज़ जल रहा है
कहने को तो सैकड़ो दोस्त हैं...
इंसान की आँखों में मग़र ख़्वाब चल रहा है
हसरत-ए-ख्वाहिश लिए दिल में हर शख़्स
अन्दर ही अन्दर अपने हर रोज़ जल रहा है
कहने को तो सैकड़ो दोस्त हैं...