चितचोर
"नेह नयन से बरसाये,
निरख गोपीयों की ओर।
छुप छुप कर करे इशारे,
नटखट बड़ा ही चितचोर।
सोचे हर गोपी कान्हा मेरा,
खोले भेद न श्याम सलोना,
फाग रंग में रंगी गोपियां,
प्रेम रंग से सपन संजोना।
प्रश्न यही पर...
निरख गोपीयों की ओर।
छुप छुप कर करे इशारे,
नटखट बड़ा ही चितचोर।
सोचे हर गोपी कान्हा मेरा,
खोले भेद न श्याम सलोना,
फाग रंग में रंगी गोपियां,
प्रेम रंग से सपन संजोना।
प्रश्न यही पर...