दृष्टि विकार
द्वेष भाव या संसार
संयम भरता या स्थिर काज
क्रोध उत्साह भरा या घृणा बसा
माला प्रेम भरी या भरा बुरा आभास
ज्ञात ज्ञान अहंकार या अधुरा पास
वेग काम का या अस्थिर चित्त कार
भोज मन भर या लालच दान
© 🍁frame of mìnd🍁
संयम भरता या स्थिर काज
क्रोध उत्साह भरा या घृणा बसा
माला प्रेम भरी या भरा बुरा आभास
ज्ञात ज्ञान अहंकार या अधुरा पास
वेग काम का या अस्थिर चित्त कार
भोज मन भर या लालच दान
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