दृष्टि विकार
द्वेष भाव या संसार
संयम भरता या स्थिर काज
क्रोध उत्साह भरा या घृणा बसा
माला...
संयम भरता या स्थिर काज
क्रोध उत्साह भरा या घृणा बसा
माला...