Mera dil
तेरे जुल्फो के साये से निकली वो छोटी सी लट जो उस ख़ूबसूरत कानों पर से होकर तेरे गर्दन पर जाती और उसी गर्दन पर जो गहरी काली तिल हैं ना जिसे वो लट अक्सर छू कर उड़ जाया करती है , बस उसी तिल में अटका हैं मेरा दिल।
तेरे उस नूरानी चेहरे पर वो ख़ूबसूरत सी लट जो ठीक बाईं ओर लटकती है...
तेरे उस नूरानी चेहरे पर वो ख़ूबसूरत सी लट जो ठीक बाईं ओर लटकती है...