रात भर इश्क़ की बात करते रहे
दर्द में हिज्र की रात करते रहे
रात भर इश्क़ की बात करते रहे
सुर्ख़ रुख़सार को देख ऐसा लगे
आँसुओं से निशानात करते रहे
डूब कर इश्क़ में हम यहीं रह गये
इश्क़ को वो मिरी ज़ात...
रात भर इश्क़ की बात करते रहे
सुर्ख़ रुख़सार को देख ऐसा लगे
आँसुओं से निशानात करते रहे
डूब कर इश्क़ में हम यहीं रह गये
इश्क़ को वो मिरी ज़ात...