...

10 views

नारी
वाह रे वाह नारी तेरे रूप हज़ारो
दुर्गा भी तू , लक्ष्मी भी तू
तुझसे है सृष्टि सारी
कभी बेटी बन घर खुशियों से भर देती
कभी बहन बन तू हक जमाती
कभी बहु बन साथ अपने रूप लक्ष्मी का
ले जाती
फिर कभी तू माँ बन प्यार लुटाती
अपनी ज़िन्दगी का हर पल तू दुसरो के नाम लिखती
फिर क्यों तू कमजोर समझी जाती
जानते नही वो शक्ति तेरी जो जुल्म हैं तुझ पर करते
जननी बन तू ब्रह्मांड को सम्भाले
दुर्गा बन तू असुरो को मारे
तुझ में है समाई सृष्टि सारी
दुर्गा भी तू , लक्ष्मी भी तू
वाह रे वाह नारी तेरे रूप हज़ारो

© Kannu