मन का पंछी.....
दिल मेरा एक पंछी है , जिसका उम्र से नाता ना कोई है... कभी उड़ता है ये ऊँचे गगन में, तो कभी ज़मी से लिपटी रही है..!
ना जाने ये उम्र क्या है, मुझे तो हर पल...
ना जाने ये उम्र क्या है, मुझे तो हर पल...